मसलों का भारतीय रसोईघर में एक विशेष महत्त्व हैं। यहाँ तरह तरह के मसाले पाए जाते है जैसे की “सब्जी मसाला(Sabji masala)”, “गरम मसाला”, “कड़ी मसाला”, “चिकन मसाला” इत्यादि जो हर घर में जरूरतों के अनुसार उपयोग किया जाता हैं। मसालों को भारतीय रसोईघर की जान कहा जाता है, मसाले रसोई में एक महत्वपूर्ण रूप अदा करते है। अगर मसाले ना हो तो व्यंजनों में खुश्बु, रंग और स्वाद लाना बहुत ही मुश्किल होता हैं।
मसालों का इतिहास भारतीय संस्कृति में बहुत पुराना है, आयुर्वेदा में मसालों को औषधि के रूप में जाना जाता था। अमुक मसाले रोगनिवारण के रूप में उपयोग किया जाता था जैसे की काली मिर्च, लॉन्ग, इलाइची इत्यादि।
सब्जी मसाला (Sabji Masala) का महत्त्व :
मसालों का सही चयन और मिश्रण खाने को एक अद्भुद स्वाद और खुश्बू प्रदान करता है। इस लिए अलग-अलग मसाले अलग-अलग व्यंजनों में स्वाद और खुश्बू के अनुसार उपयोग किये जाते हैं। घरों में सब्जी बनाते समय कई बार बेहतरीन अरोमा, रंग और स्वाद के लिए सही “सब्जी मसालों” को चुनना बहुत ही कठिन होता है।
सब्जी मसाला । Sabji masala का उपयोग लगभग हर घर में होता है, चाहे वह शाकाहारी हो या मांशाहारी Sabji masala हर घर की जरूरत हैं। आप इसे अन्य कई रेसिपी में भी उपयोग कर सकते है, जैसे की पनीर रेसिपी, दाल फ्राई, कड़ी इत्यादि।
रसोईघर की इसी कठिनाई को दूर करने के लिए आज घर पर बनाया हुआ बेहतरीन “सब्जी मसाला” की विधि बताएँगे जो आपकी सब्जियों में अद्भुद सुगंध और स्वाद लाएगा। अगर आप भी सब्जी बनाने के लिए “सब्जी मसाला”। Sabji masala की खोज में है, तो नीचे बताये गए सामग्री और विधि का उपयोग करके आप भी घर पर Special sabji masala बना सकते है।
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